Monday, December 09, 2013


हमारी  मुस्कान 




कितनी  सुन्दर  कितनी प्यारी, 
हो  गई  है  ज़िन्दगी  हमारी। 
जबसे आयी है यह  नन्ही  जान ,
हमारी बिटिया , हमारी मुस्कान

कभी यह रोती , कभी यह डरती 
कभी किलकारियां भरती   है।
कभी नचाती कभी मुस्काती,
सबके मन को हरती है।

कभी पुकारे  इम्मे -पापा ,
कभी लगाए  "भीया" कि पुकार। 
खिलखिलाए कभी, लुभाए सबको,
बिखराये हर तरफ खुशियों कि फुहार।  

आओ  इसका  पहला जनम -दिन मनाएं 
हसें-गाएं, खुशियां मनाएं। 
परियों सा सजाएं इसका जहां,
हमारी बिटिया, हमारी  मुस्कान।  

कितनी  सुन्दर  कितनी प्यारी, 
हो  गई  है  ज़िन्दगी  हमारी। 
जबसे आयी है यह  नन्ही  जान ,
हमारी बिटिया , हमारी मुस्कान


-प्रीती भाटिया